राजनीति नौकरी अगर तो होता क्यों इक्जाम नहीं
गर समाज सेवा यह है तो वेतन का कुछ काम नहीं।
क्रिमिनल कोई न लड़ने पाये
कोई भी दल न टिकट दिलाये
जनता बहिष्कार कर उनका
उनको उनकी जगह दिलाये
भारत के सौदागर जानें हो वोट बैंक का दाम नहीं।
प्रधानमंत्री से ग्राम प्रधान
सभी पदों पे रखना ध्यान
भले हो अपने जाति वर्ग का
कभी भी न करना मतदान
खुशामदी का तुच्छ तोहफा सौदायी का ईनाम नहीं।
मँहगाई से देश बेहाल
दीन हीन हो रहे हलाल
आधी सुरक्षा आप बटोरे
दिखा रहे हैं प्रोटोकॉल
स्वच्छ नीर बिन टैक्सी तरसे उन्हें पिलाना जाम नहीं।।