परिवर्तन यदि किसी में चाहें उससे हृदय मिलाना होगा
पहले उसकी वाली करके फिर अपने में लाना होगा।
निन्दक बहुत हैं इस जगती में प्रशंसकों का बड़ा अभाव
समालोचना बहुधा कम है नग्नावस्था का साक्ष्य गुवाँव
अंत:करण में घुलने खातिर अपनी हीर गलाना होगा।
पहले मिले कुठार काठ से अपने अन्तस्तल में समाये
बामौका उसी काठ के हितमित परिजन को छिनगाये
काट गिराये बड़े बड़ों को जन-जन को समझना होगा।
काँटे में गुँथे चारे के लोभ से मीन बुरे फँस जाती है
दाना चुगने हेतु कबूतर खुद की गर्दन कटवाती है
याद रहे रिपु अज मर्दन हित प्यार दुलार लुटाना होगा।
शेर कदम दो पीछे हटता फिर दूनी ताकत से डटता
पले बढ़े जो पशु फार्महाउस वह ही सबसे पहले कटता
अपना गीत सुनाने खातिर उनकी राग में गाना होगा।।